विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के देखकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी (Global Health Emergency) घोषित कर दी है. कोरोना वायरस की वजह से चीन (China) में अब तक दो सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वायरस के संक्रमण के दो हजार नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही कई देशों में करोना वायरस से संक्रमित मरीज मिले हैं.
भारत के केरल में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज की पहचान की गई है. दिल्ली में भी इस वायरस से संक्रमित संदिग्ध मरीज पाए गए हैं. कोराना वायरस को फैलने से रोकन के लिए चीन के कई शहर लॉक डाउन हैं. इन शहरों के लोग संक्रमण से बचने के लिए अपने-अपने घरों में कैद हैं. कोराना वायरस को फैलने से रोकने के लिए चीन की सरकार भी कदम उठा रही है.
क्या होती है ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी
ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी भी कहा जाता है. WHO किसी बीमारी को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी तभी घोषित करती है, जब उस बीमारी के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैलने का खतरा पैदा हो जाता है. कोरोना वायरस के मामले में यही हुआ है. कोराना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए WHO ने आपात बैठक बुलाई थी. इस बैठक में कोरोना वायरस को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने का फैसला लिया गया.
कोराना वायरस: क्या होती है WHO की ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी, भारत की कैसी है तैयारी
• yash deo
WHO किसी बीमारी को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी तभी घोषित करती है, जब इसकी रोकथाम के लिए अंतरराष्ट्रीय कदम उठाए जाने की जरूरत महसूस होती है. ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी के हालात में दुनियाभर के देशों को उस बीमारी से बचाव और उसे फैलने से रोकने के उपाय करने होते हैं.